सोमवार, 7 जनवरी 2013

पत्रकार विनय डेविड पर रिवाल्वर अड़ा फिरौती मांगी


अड़ीबाज बिल्डर्स अशोक गोयल फरार
पकड़वाने वाले को ११०० रूपये का ईनाम
भोपाल // विनोद मिश्रा 

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अड़ीबाज बिल्डर्स अशोक गोयल
भोपाल. मध्यप्रदेश की राजधानी में आजकल खुलेआम फिरौती, अड़ीबाजी का खेल चल रहा है। शहर के गुण्डे, बदमाशों ने बिल्डरों के साथ मिलकर अड़ीबाजी का खेल खेल रहे हैं। मामला तब उठा जब गोयल बिल्डर्स ने अपने तयशुदा गुण्डों के साथ विनय डेविड पत्रकार के ‘‘टाइम्स ऑफ क्राइम’’ कार्यालय में घुसकर विनय डेविड को रिवाल्वर अड़ाकर फिरौती कें जबरिया 15 लाख रूपये मांगे व नहीं देने पर जान से मार देने की धमकियां दी, लगातार कई बार अपने गुण्डों से रिवाल्वर की नोक पर धमकाया जा रहा है। आरोपियों की ये सारी हरकते आफिस में लगे विडियो कैमरे में कैद हो गई। रिकार्डिंग सहित शिकायत थाना एम.पी.नगर में की गई जिस पर गम्भीरता से लेते हुए एम.पी.नगर के सी.एस.सी. श्री अरविन्द खरे ने पूरी विडियो फूटेज देखकर थाने एम.पी. नगर में मामला दर्ज करने के निर्देश दिये। जिस पर पुलिस थाना एम.पी. नगर में धारा 387, 492, 294, 506 एवं 120 बी के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है। 

क्या है मामला:-  

2007 में ओमवती गोयल फर्म गोयल बिल्डर्स से एक फ्लेट खरीदा गया था जिसकी कीमत सात लाख थी, बिल्डर अशोक गोयल को काफी रकम चुकाने के बाद करीब दो लाख रूपये शेष रह गये थे जिसके एवज में अशोक गोयल जबरिया 10 लाख और तय किया गया गुण्डा द्वारा फिरौती 5 लाख रूपये की मांग की गई और यह मांगे बकायदा अशोक गोयल और शाहिद खान के अन्य लोगों द्वारा रिवाल्वर अड़ाकर डरा धमका कर मांगी गई। 

पुलिस ने दिखाई तत्परता:-  

विवेचना अधिकारी श्री संतोष द्विवेदी मो. 9755104032
थाना एम.पी.नगर में जब 23 दिसम्बर 2012 को जानकारी दी गई तो थाना एम.पी.नगर के प्रभारी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही को अंजाम दिया और गम्भीर मामले की जांच श्री संतोष द्विवेदी को सौपी गई। फरार आरोपियों की जानकारी जुटाना शुरू कर दिया और फरौती अड़ीबाजी के षडय़ंत्र में शामिल चार आरोपियों अंचित गोयल, दिनेश राज, राकेश चदोले, संतोष जादोन को गिरफ्तार कर लिया और 31 दिसम्बर 2012 को भोपाल सी.जी.एम. श्री सोनकर जी की कोर्ट में विभिन्न धाराओं के तहत पेश कर दिया। आरोपियों द्वारा किये गये गंभीर अपराध के खिलाफ पत्रकार विनय डेविड एवं उनके अधिवक्ता यावर खान द्वारा लिखित और मौखिक आपत्ति लगाई गई परन्तु न्यायालय ने अपराध गंभीरता से ना लेकर इन चारों खुखार आरोपियों की जमानत दे दी जबकि मुख्य आरोपी खुलेआम रिवाल्वर लिये घूम रहे हंै। 

अशोक गोयल की दो बार अग्रिम जमानत खारिज:-  

जबरिया वसूली अड़ीबाजी डराने धमकाने का प्रमुख आरोपी अशोक गोयल लगातार भोपाल पुलिस को चकमा दे रहा है कभी रायपुर तो कभी भोपाल के कुछ ठिकानों से पुलिस को गुमराह कर रहा है वहीं मौके का फायदा उठाकर  न्यायालय में  दो बार अग्रिम जमानत पाने का प्रयास किया, जिस पर पुलिस द्वारा गंभीर अपराध होने और आरोपियों की गिरफ्तारी आवश्यक बताये जाने पर न्यायालय ने दोनों बार अग्रिम जमानत खारिज कर दी। 

हाईकोर्ट से जमानत की जुगाड़ में अशोक गोयल:-  

अशोक गोयल पुलिस को बार बार चकमा जरूर दे रहा है परन्तु कानून को ज्यादा देर तक गुमराह नहीं कर पायेगा। पुलिस लगातार उसे तलाश कर रही है। मोबाईल भी गोयल ने बन्द कर रखा है परन्तु वो अभी कुछ खास सरोकारियों से सम्पर्क बनाये हुए है और भोपाल के कुछ ठिकानों से अपना व्यवसाय नियमित चला रहा है। दो बार भोपाल न्यायालय से जमानत नामंजूर होने और चार आरोपियों को जमानत मिल जाने के बाद वो हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत पाने की जुगाड़ में लगा है अब देखना है कि आखिर किस दांव के सहारे वो जमानत पा सकेगा। 

अन्य चार को सी.जी.एम. कोर्ट से कैसे मिली जमानत:-  

अड़ीबाज शाहिद खान अशोक गोयल का शूटर 
आखिर सी.जी.एम. न्यायालय से चार आरोपियों को कैसे मिली जमानत अगले अंक में प्रकाशित करेगे पूर्ण जानकारी के लिये पाठकों को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। 

केस वापसी की धमकी:-  

अशोक गोयल और शाहिद खान फरार जरूर है परन्तु उनके हौसले आसमान को छू रहे है वो लगातार अपने गुण्डे अपराधीतत्वों द्वारा चमका धमका रहे है कि किसी भी तरह से केस वापस हो जाय। केस वापसी के लिये भी 31 दिसम्बर को 11:30 पर विनय डेविड की पत्नि को चार रिवाल्वरधारियों ने घर में घूस कर जान से मारने और बच्चों को उठा लेने की धमकी दी और फरार हो गये, जिसकी शिकायत भी क्षेत्रिय थाने में की गई जिस पर पुलिस ने जांच परखकर अपराध कायम कर लिया है। 

1100 रूपये का ईनाम:-  

अड़ीबाज भूरा कबाड़ी उर्फ शाहिद खान अशोक गोयल का शूटर और उसका फरार साथी
मामला 22 दिसम्बर 2012 का है अपराध 23 दिसम्बर 2012 को कायम किया गया। अपराध गंभीर होने के बाद आरोपियों की 15 दिनों बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने से प्रदेश कि पत्रकारों में आक्रोश हंै क्योंकि विनय डेविड ‘‘ऑल इण्डिया स्मॉल न्यूज पेपर्स ऐशोसिएशन ‘‘आईसना’’ के प्रदेश महासचिव एवं ‘‘टाइम्स ऑफ क्राइम’’ के सम्पादक हैं और यह गंभीर अपराध को इनके कार्यालय के अन्दर ही अंजाम दिया गया। पत्रकारों की आवाज पर श्री अवधेश भार्गव प्रदेशाध्यक्ष ‘‘आईसना’’ ने पत्रकारों और आमजनता से अपील की है कि इन आरोपियों को शीघ्र पकड़ा जाना चाहिये और जिनके पास इन आरोपियों की कोई जानकारी हो हमें बता दे साथ ही जानकारी देने वाले को 1100/- रूपये का नगद ईनाम देने की भी घोषणा की है। 


अड़ीबाज भूरा कबाड़ी उर्फ शाहिद खान अशोक गोयल का शूटर और उसका फरार साथी

खुखार अपराधी है शाहिद :-  

रिवाल्वर अड़ा कर अड़ीबाजी करने वाले शाहिद खान अशोक गोयल का शूटर है जिसके ऊपर होशंगाबाद थाने में दर्जनों केस दर्ज है जिसमें वो पहले से ही फरार है। शाहिद खान का मूल व्यवसाय कबाड़ी का है। होशंगाबाद के लोग उसे भूरा कबाड़ी  के नाम से जानते है प्रेस के कार्यालय में घूसकर धमकी अड़ीबाजी के मामले में इसकी एम.पी.नगर पुलिस को तलाश है वहीं होशंगाबाद पुलिस भी इसकी तलाश में लगी है। 

मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे पत्रकार संगठन:-  

प्रदेश में पत्रकारों पर आये दिन हमले हो रहे है जिससे पत्रकार जगत में आक्रोश बढ़ रहा है वहीं प्रदेश सरकार को पत्रकारों पर होने वाले अपराधों की बढ़ोतरी को लेकर कोई प्रतिक्रिया और चिन्ता नहीं है आये दिन खुलेआम पत्रकारों को ऐसी गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ता है जिसको लेकर सरकार को गंभीरता का परिचय देना चाहिये। पत्रकार विनय डेविड के कार्यालय में घूसकर अड़ीबाजी करने वालो का ठौर ठिकाना मोबाईल नम्बर सभी होने के बावजूद पुलिस आखिर क्यों नहीं ढंूढ पा रही की इनके पते क्या है। डेविड पर रिवाल्वर अड़ाने वाले शाहिद खान का मोबाईल नम्बर क्रमांक 7879971666 जाहिर है अशोक गोयल का मोबाईल नम्बर 9826053535 जो जगजाहिर। शाहिद खान का मोबाईल सिम किस पते पर जारी है क्या 15 दिनों के बाद भी पता नहीं मिल रहा है। इन सब घटना क्रम और गिरफ्तारी नहीं होने के संबंध में पत्रकारों का प्रतिनिधि मण्डल एवं कई पत्रकार संगठन मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौप कर मांग आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार और कार्यवाही की मांग करेंगे गिरफ्तारी न होने की स्थिति में पत्रकारों को प्रदर्शन की राह पकडऩी पड़ेगी। 
पत्रकार विनय डेविड - 9893221036

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