बुधवार, 12 दिसंबर 2012

पत्रकार ने रैली निकाली एवं जमकर प्रदर्शन किया, 22 सूत्रिय मांगो के समर्थन में


22 सूत्रिय मांगो के समर्थन में एक रैली निकाली एवं जमकर प्रदर्शन किया



मांगो पर कार्रवाई नहीं की गई तो पत्रकार का उग्र आन्दोलन 

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भोपाल। आज मध्यप्रदेश के समस्त जिलो एवं संभागो से आए सैकडो पत्रकारो ने पत्रकार भवन से अपनी 23 सूत्रिय मांगो के समर्थनमें एक रैली निकाली एवं जमकर प्रदर्शन किया। अपनी मांगो को लेकर अपने -अपने जिले के बैनर पोस्टरो के साथ दो - दो की कतार में पत्रकार भवन से निकले पत्रकार भोपाल के विभिन्न मार्गो से निकल कर उस स्थान पर पहुंचे जहां पर उन्हे धरना - प्रदर्शन करना था। पत्रकारो की रैली का नेतृत्व आइसना के प्रदेश अध्यक्ष अवधेश भागर्व, आइसना प्रदेश महासचिव विनय डेविड, पत्रकार कर्मचारी समिति के तेजभान पाल, वरिष्ठ पत्रकार आदित्य उपाध्याय, प्रदेश सचिव रामकिशोर पंवार, वरिष्ठ पत्रकार  जय श्रीवास्तव , वरिष्ठ पत्रकार श्री अहसान अंसारी, वरिष्ठ पत्रकार श्री ओम सरावगी. सहित कई वरिष्ठ पत्रकार कर रहे थे। 

पत्रकारो की विशाल रैली में प्रदेश के साप्ताहिक , दैनिक, पाक्षिक, मासिक, समाचार पत्रो, पत्रिकाओं, बेव न्यूज पोर्टलो, न्यूज चैनलो, तथा समाचार पत्रो के कर्मचारियों ने भाग लिया। एसडीएम को पत्रकारो ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन सौपा जिसमें एक माह का समय दिया गया जिसमें उक्त सभी मांगो पर विचार करके उनके निराकरण की मांग की। पत्रकारो ने शासन को चेताया कि यदि समय रहते उनकी मांगो पर कार्रवाई नहीं की गई तो पत्रकार उग्र आन्दोलन करेगें। आइसना के प्रदेश अध्यक्ष अवधेश भार्गव ने सभी पत्रकारो का शांती प्रिय ढंग से आन्दोलन सफल होने पर पत्रकारो को बधाई देते हुए पुलिस प्रशासन का आभार माना। 


- पत्रकारो की प्रमुख मांगो में -

1. प्रदेश के समस्त पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों को सूचीबद्ध करें। नियमित प्रकाशित पत्र, पत्रिकाओं के सम्पादक, प्रकाशकों, बेबमीडिया, टी.वी. मीडिया अन्य मीडिया तथा उनके द्वारा नियुक्त किये गये संवाददाताओं को अधिमान्यता दी जाए।

2.सभी समाचार पत्र/ पत्रिकाओं जैसे साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, त्रैमासिक, अन्यत कालिक में प्रकाशित खबरों की कटिंग कर फाईल बने एवं महत्वपूर्ण खबरों पर तय समय पर कार्यवाहीं की जावें।

3.समस्त पत्रकारों के लिए आवास सुविधा (आवास योजना) बनाई जावे जिसमें पत्रकारों के लिए शासकीय आवास एवं लोन पर मकान उपलब्ध कराया जावें एवं भूमि, प्लॉट आवंटित किये जावें।

4.समस्त पत्रकारों के ईलाज हेतु नि:शुल्क मेडिकल सुविधा उपलब्ध किया जावे। जैसे प्राइवेट चिकित्सालयों से अनुबंध किया जावे। जहां त्वरित इलाज दिया जावे। जिसका भुगतान सीधे सरकार (विभाग) द्वारा किया जावे।

5.म.प्र. जनसम्पर्क विज्ञापन की स्पष्ट नीति बनाये जिसमें सभी बेबमीडिया, टी.वी. मीडिया अन्य मीडिया और समाचार पत्रों को वर्ग स्तर पर सूची बनाये एवं प्रतिमाह सम्मानजनक राशि का विज्ञापन दिया जावे।

6. जनसम्पर्क विभाग द्वारा समस्त आय, व्यय पर पारदर्शिता नियम बनाये जिसमें समस्त आय-व्यय बेब पर प्रदर्शित किया जावे।

7. जनसम्पर्क विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के रिश्तेदारों किन्हीं भी प्रकार का लाभांश नहीं दिया जावे।


8. प्रदेश में पत्रकारों के खिलाफ कोई भी शिकायत पर जांच सिर्फ पुलिस अधीक्षक या उपपुलिस अधीक्षक से कराई जावे एवं महानिरीक्षक के अंतिम आदेश जांच के पश्चात ही दोषी पाये जाने पर पर ही प्रकरण पंजीबद्ध एफ.आई.आर. किया जाना चाहिए।

9. जनसंपर्क से त्वरित ऐसे अधिकारियों, कर्मचारियों का हटाया जावे जिनके खिलाफ शिकायतें प्राप्त है। अत: एक पद पर छ: माह से अतिरिक्त प्रभार नहीं दिया जावे ताकि दलाल से दूरिया बनी रहे।

10. जनसंपर्क में होने वाले दुरूवेश रूप रवैया एवं सगे सम्बंधियों को दिये गये विज्ञापनों को रोका जावे वहीं त्वरित आदेशित कर उनका भुगतान रोका जावे। बाकि भुगतान किये गये राशि को संबंधित अधिकारियों से वसूल की जावे। वहीं अपराधिक प्रकरण दर्ज कर जांच की जावे।

11. म.प्र. जनसंपर्क शासन द्वारा कराए जा रहे बीमा से प्रत्यक्ष रूप से पत्रकारों को कोई लाभ नहीं मिलता। अत: इस बीमा की शर्तों में परिवर्तन किया जाए।

12. जिला एवं तहसील स्तर पर कार्यरत पत्रकारों के बच्चों की शिक्षा की नि.शुल्क या रियायती दरों पर व्यवस्था की जाए संबंधित संस्थान चाहे शासकीय हो या गैर-शासकीय।

13. वाहनों पर प्रेस लिखकर गैर-पत्रकार द्वारा प्रेस-शब्द का दुरूपयोग किया जा रहा हैं। पुलिस तथा प्रशासन द्वारा इस पर तुरन्त रोक लगाई जाए।

14. समस्त न्यूज पोर्टल की दर्शक संख्या के आधार को मापदण्ड बनाकर एक समान विज्ञापन दिया जाये।
15. श्रद्धा निधि में उम्र सीमा 62 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष की जावे।

16. श्रद्धा निधि में 20 वर्षों तक कार्यावधि या अधिमान्यता को मापदण्ड से विलोपित कर श्रमजीवी पत्रकार अधिनियम के अंतर्गत आने वाले पत्रकारों को श्रद्धा निधि 5 वर्षों के स्थान पर जीवित रहने तक एवं उसके पश्चात उसकी पत्नी/पति को जीवित रहने तक दी जावे।

17. पत्रकारों को चिकित्सा सहायता हेतु काफी अरसे से समिति का गठन नहीं किया गया है तुरन्त गठन हो एवं नियमित मासिक बैठक हो तथा चिकित्सा सहायता का बजट बढ़ाया जावे एवं प्रकिया पारदर्शी हो।

18. जन सम्पर्क संचालनालय में पत्रकारों को वाहन प्रदान करने सम्बन्धी स्पष्ट नियम बनाये जावे एवं सम्पूर्ण प्रकिया पारदर्शी हो।

19. जनसंपर्क संचालनालय में पत्रकार कल्याण शाखा में बजट एवं समस्त खर्चों में पादर्शिता हो तथा जानकारी मांगने पर उपलब्ध कराई जावे।

20. विभाग में विज्ञापन नीति स्पष्ट हो एवं प्रदेश के बाहर के समाचार पत्रों या न्यूज चैनलों को विज्ञापन देने संबंधी नियमों में पारदर्शिता हो।

21. विज्ञापनों के सम्बन्ध में प्रदाय किये गये विज्ञापनों की जानकारी आन लाईन अपलोड की जावे।

22. बड़े समाचार पत्रों, छोटे समाचार पत्रों, न्यूज चैनलों को दिये जाने वाले भुगतान में से 3' राशि कल्याण कोष के लिए काटना अनिवार्य कर पत्रकार कल्याण कोष का गठन किया जावे। जिस प्रकार म.प्र. माध्यम 15' विज्ञापनों के भुगतान में कमीशन लेता है। उसी प्रकार 3' पत्रकार कल्याण कोष हेतु स्पष्ट नियम का प्रावधान लागू हो।
भोपाल पत्रकार आंदोलन में मांगें 
सम्पर्क

श्री अवधेश भार्गव-9039 727270, 
श्री विनय जी. डेविड-98932 21036, 830 570 3436 

मंगलवार, 11 दिसंबर 2012

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‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ 10 दिसम्बर जुलूस 12.00 बजे निकली
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार की छवि को अघोषित तौर पर और जनकल्याणकारी योजनाओं को घोषित तौर पर जनता के समक्ष लाने के लिए पाबंद मध्य प्रदेश के जनसंपर्क विभाग द्वारा कथित तौर पर पत्रकारों से भेदभाव करने पर पत्रकारों को मजबूरी में आंदोलन की राह पकड़ . 
‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ संगठन द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान दिनांक 10 दिसम्बर 2012 दिन सोमवार को द
िन में 12.00 बजे से पत्रकारों की मांगों को लेकर लगभग एक हजार
पत्रकारों का एक जुलूस पत्रकार भवन के सामने से निकली जो मालवीय नगर से न्यू मार्केट, टैक्सी स्टैण्ड होते हुए अपेक्स बैंक तिराहे से, टी.टी.नगर थाने के सामने से, रंगमहल चौराहे से बाणगंगा चौराहे के सामने सभाकर आंदोलन के दौरान विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया ।


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‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ 10 दिसम्बर जुलूस 12.00 बजे निकली

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भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार की छवि को अघोषित तौर पर और जनकल्याणकारी योजनाओं को घोषित तौर पर जनता के समक्ष लाने के लिए पाबंद मध्य प्रदेश के जनसंपर्क विभाग द्वारा कथित तौर पर पत्रकारों से भेदभाव करने पर पत्रकारों को मजबूरी में आंदोलन की राह पकड़ .
‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ संगठन द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान दिनांक 10 दिसम्बर 2012 दिन सोमवार को दिन में 12.00 बजे से पत्रकारों की मांगों को लेकर लगभग एक हजार
पत्रकारों का एक जुलूस पत्रकार भवन के सामने से निकली जो मालवीय नगर से न्यू मार्केट, टैक्सी स्टैण्ड होते हुए अपेक्स बैंक तिराहे से, टी.टी.नगर थाने के सामने से, रंगमहल चौराहे से बाणगंगा चौराहे के सामने सभाकर आंदोलन के दौरान विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।

आई.एफ.डब्ल्यू.जे. की मध्य प्रदेश इकाई भंग


राम गोपाल शर्मा सम्हालेंगें मध्य प्रदेश की कमान 

भोपाल ! देश के पत्रकारों के सबसे बड़े ट्रेड यूनियन इण्डियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्टस ने अपनी म0प्र0 इकाई को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। इसी के साथ ही प्रदेश की सभी जिला इकाइयां भी भंग हो गयी है। फेडरेशन ने म0प्र0 में मृतप्राय हो चुके एम.पी.वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन को संजीवनी देने के लिए प्रदेश की कमान वरिष्ठ एवं अनुभवी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पं. राम गोपाल शर्मा को सौंपकर उन्हे अपनी नई टीम बनाने के अधिकार दिए है।
यद्यपि श्री शर्मा ने अभी अपनी टीम की औपचारिक घोषणा नही की है किन्तु आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के इस निर्णय से मध्यप्रदेश के पत्रकार साथी काफी उत्साहित हैं अनेकांे साथियों ने तो अपनी खुशी का इजहार अपनी फेशबुक पर करते हुए आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड के विक्रम राव और महासचिव परमानन्द पाण्डेय को बधाईयां तक दे डालीं है।
उल्लेखनीय है कि आई.एफ.डब्ल्यू.जे. की म0प्र0 इकाई एम.पी.वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन कुछ वर्षो से संक्रमण काल से गुजर रही थी कतिपय स्वयं  भू नेताओं ने इसे अपना जे.बी. संगठन बना लिया था और पत्रकारों की यूनियन को अपनी स्वयं की जागीर समझ बैठे थे। निरंकुशता की पराकाष्ठा तो तब हुयी जब पिछले महीने राष्ट्रीय अध्यक्ष के विक्रम राव को भी अंधेरे में रख राजधानी से  70 कि.मी दूर आष्ठा में गुपचुप तरीके से म0प्र0 इकाई का कागजी निर्वाचन पूर्ण करा लिया गया जिससे प्रदेश के पत्रकार नाराज हो गये।
पिछले महीने की 21 तारीख को राजधानी के पत्रकारों ने स्थानीय पत्रकार भवन में एक आपात बैठक बुलाकर न सिर्फ कागजी नेताओं की जमकर आलोचना की बल्कि राष्ट्रीय नेतृत्व से ऐसे स्वयं भू नेताओं को पद एवं प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त करने की मांग की थी।
यद्यपि इससे पूर्व ही आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के राष्ट्रीय महासचिव परमानन्द पाण्डेय ने 20 नवम्बर को तथाकथित अध्यक्ष जयंत वर्मा और महासचिव दिनेश निगम को कारण बताओं नोटिस भेजकर कागजी निर्वाचन, सदस्यता शुल्क खुर्द-वुर्द करने और यूनियन के नाम पर निजी स्वार्थो की पूर्ति जैसे गंभीर मुद्दों पर 15 दिवस के अंदर जवाब मांगा था। राजधानी के पत्रकारों के सामूहिक विरोध ने इस निर्णय को और पुख्ता बना दिया।
आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के नोटिस को गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन अध्यक्ष जयंत वर्मा ने तो दिल्ली पहुंचकर शीर्ष नेतृत्व के समक्ष अपनी सफाई पेश कर दी किन्तु अति उत्साह और घमण्ड के चलते तत्कालीन महासचिव ने कोई जवाब नही दिया और राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रति अपशब्दों का प्रयोग करते रहे। किन्तु शास्त्रो में कहा गया है कि
अति रूपेण वै सीता, अति गर्वेण रावण:
अति दानात् वलिर्वधो,  अति सर्वत्र वर्जयेत
लिहाजा कल 6 दिसम्बर को ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए आई.एफ.डब्ल्यू.जे.  ने न सिर्फ दिनेश निगम को सदस्यता से बर्खास्त कर दिया बल्कि म0प्र0 की सभी जिला इकाइयां भी तत्काल प्रभाव से भंग कर दी है।
म0प्र0 की शिवराज सिंह सरकार की तर्ज पर बुजुर्गो को सम्मान और युवाओं को काम के फार्मूले को अपनाते हुए आई.एफ.डब्ल्यू.जे. ने म0प्र0 की कमान अनुभवी एवं सुलझे हुए व्यक्तित्व को सौंपकर उन्हे फ्री हैण्ड दे दिया है। जिससे प्रदेश में वरिष्ठ पत्रकारों के साथ-साथ तरूणायी के सक्रिय होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। ऐसा माना जा रहा है कि अब राजधानी ही नही समूचे प्रदेश के पत्रकार नई ऊर्जा  के साथ पत्रकारों के हितो के लिए संघर्षरत दिखायी देंगें।

भवदीय

राजधानी के पत्रकारगण
7 दिसम्बर 2012
विशेष - सुलभ संदर्भ हेतु आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के
तीनो पत्रों की छायाप्रतियां संलग्न है।

व्यापक हुआ विरोध, प्रदेश भर से जुटने लगा समर्थन


पत्रकार बचाओं आंदोलन
 प्रेस नोट 
प्रति,
संपादक महोदय जी,
.......................................
आज होगा पत्रकार आंदोलन

व्यापक हुआ विरोध, प्रदेश भर से जुटने लगा समर्थन

पत्रकारों ने कहा, हम एक हैं, लेकर रहेंगे हक

भोपाल। पत्रकारों के संयुक्त आंदोलन के लिए प्रदेश भर में समर्थन  जुटने लगा है और जनसंपर्क संचालनालय का विरोध व्यापक होता जा रहा है। राजधानी से निकली बगावत की आवाज तमाम महानगरों, जिलों-कस्बों से होते हुए तहसील और गांवों तक जा पहुंची है और राज्य के कोने-कोने से जनसंपर्क संचालनालय की उन भेदभावपूर्ण तथा पक्षपातपूर्ण नीतियों के खिलाफ आवाज उठने लगी है जिनके चलते प्रदेश का आम पत्रकार स्वाभिमान की जिंदगी जीने तक से मोहताज है। जनसंपर्क संचालनालय में विज्ञापनों के लिए किए जाने वाले भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और पहुंच वालों के दबदबे के विरोध में तमाम पत्रकार लामबंद होने लगे हैं। विभिन्न पत्रकार संघों के बैनर तले संचालित जिलों-नगरों में सक्रिय इकाइयों ने संगठित होकर भोपाल चलो का नारा दे दिया है और हजारों पत्रकार भोपाल पहुंचने के लिए कूच करने लगे है। प्रदेश भर के पत्रकारों ने ठान लिया है कि राजधानी जाकर उन्हें अपनी आवाज जोरदार ढंग से बुलंद करनी है और अपना हक लेकर ही वापस लौटना है, फिर चाहे सरकार जेलों में डाले, या हिंसा का सहारा ले। एकजुटता का परिचय देते हुए सभी ने ऐलान कर दिया है कि हम अपने लिए अधिमान्यता किसी भी कीमत पर हासिल करेंगे, विज्ञापनों में अपना हिस्सा लेंगे और आवास, चिकित्सा, बीमा, बच्चों की शिक्षा, और पेंशन जैसे मूलभूत अधिकार पाकर रहेंगे।  कोर कमेटी के सदस्य श्री पाल ने बताया कि आज रात तक प्रदेश के कोने-कोने से लगभग 500 पत्रकारों का जत्था भोपाल पहुंचेगा। इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद संभाग एवं जिलों से पत्रकार चार पहिया वाहानों से भोपाल सुबह 10 बजे तक पहुंचेगें।  इस आंदोलन में लगभग पांच हजार से भी अधिक पत्रकार एवं प्रेस के कर्मचारी शामिल होने की उम्मीद है। 

कार्याक्रम : 

सुबह 11 बजे पत्रकार भवन के सामने सभी पत्रकार एकत्रित होकर 11.30 बजे रैली के के रूप में न्यूमार्केट, न्यू मार्केट थाना, रंगमहल होते हुए जनसंपर्क कार्यालय के तिराहे पर गिरफ्तारी देकर जनसंपर्क मंत्री को ज्ञापन सौपेंगे।
अत: प्रिंट एवं चैनलों से अनुरोध है कि पत्रकारों के इस आंदोलन को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।
धन्यवाद


संपर्क :

श्री अवधेश भार्गव-9039 727270
श्री विनय जी. डेविड-98932 21036, 830 570 3436 
श्री जय श्रीवास्तव-92292 22333 
श्री आदित्य उपाध्याय-98930 21069
श्री तेजभान पाल -94250 13803
श्री रामकिशोर पंवार-99931 62080, 
श्री अहसान अंसारी-99263 93786, 
श्री ओम सरावगी-93005 20300

रविवार, 9 दिसंबर 2012

पत्रकारों ने कहा, हम एक हैं, लेकर रहेंगे हक, पत्रकार बचाओं आंदोलन


पत्रकार बचाओं आंदोलन
 प्रेस नोट 
प्रति,
संपादक महोदय जी,
.......................................
आज होगा पत्रकार आंदोलन

व्यापक हुआ विरोध, प्रदेश भर से जुटने लगा समर्थन

पत्रकारों ने कहा, हम एक हैं, लेकर रहेंगे हक

भोपाल। पत्रकारों के संयुक्त आंदोलन के लिए प्रदेश भर में समर्थन  जुटने लगा है और जनसंपर्क संचालनालय का विरोध व्यापक होता जा रहा है। राजधानी से निकली बगावत की आवाज तमाम महानगरों, जिलों-कस्बों से होते हुए तहसील और गांवों तक जा पहुंची है और राज्य के कोने-कोने से जनसंपर्क संचालनालय की उन भेदभावपूर्ण तथा पक्षपातपूर्ण नीतियों के खिलाफ आवाज उठने लगी है जिनके चलते प्रदेश का आम पत्रकार स्वाभिमान की जिंदगी जीने तक से मोहताज है। जनसंपर्क संचालनालय में विज्ञापनों के लिए किए जाने वाले भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और पहुंच वालों के दबदबे के विरोध में तमाम पत्रकार लामबंद होने लगे हैं। विभिन्न पत्रकार संघों के बैनर तले संचालित जिलों-नगरों में सक्रिय इकाइयों ने संगठित होकर भोपाल चलो का नारा दे दिया है और हजारों पत्रकार भोपाल पहुंचने के लिए कूच करने लगे है। प्रदेश भर के पत्रकारों ने ठान लिया है कि राजधानी जाकर उन्हें अपनी आवाज जोरदार ढंग से बुलंद करनी है और अपना हक लेकर ही वापस लौटना है, फिर चाहे सरकार जेलों में डाले, या हिंसा का सहारा ले। एकजुटता का परिचय देते हुए सभी ने ऐलान कर दिया है कि हम अपने लिए अधिमान्यता किसी भी कीमत पर हासिल करेंगे, विज्ञापनों में अपना हिस्सा लेंगे और आवास, चिकित्सा, बीमा, बच्चों की शिक्षा, और पेंशन जैसे मूलभूत अधिकार पाकर रहेंगे।  कोर कमेटी के सदस्य श्री पाल ने बताया कि आज रात तक प्रदेश के कोने-कोने से लगभग 500 पत्रकारों का जत्था भोपाल पहुंचेगा। इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद संभाग एवं जिलों से पत्रकार चार पहिया वाहानों से भोपाल सुबह 10 बजे तक पहुंचेगें।  इस आंदोलन में लगभग पांच हजार से भी अधिक पत्रकार एवं प्रेस के कर्मचारी शामिल होने की उम्मीद है। 

कार्याक्रम : 

सुबह 11 बजे पत्रकार भवन के सामने सभी पत्रकार एकत्रित होकर 11.30 बजे रैली के के रूप में न्यूमार्केट, न्यू मार्केट थाना, रंगमहल होते हुए जनसंपर्क कार्यालय के तिराहे पर गिरफ्तारी देकर जनसंपर्क मंत्री को ज्ञापन सौपेंगे।
अत: प्रिंट एवं चैनलों से अनुरोध है कि पत्रकारों के इस आंदोलन को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।
धन्यवाद


संपर्क :

श्री अवधेश भार्गव-9039 727270
श्री विनय जी. डेविड-98932 21036, 830 570 3436 
श्री जय श्रीवास्तव-92292 22333 
श्री आदित्य उपाध्याय-98930 21069
श्री तेजभान पाल -94250 13803
श्री रामकिशोर पंवार-99931 62080, 
श्री अहसान अंसारी-99263 93786, 
श्री ओम सरावगी-93005 20300

आज होगा पत्रकार आंदोलन 11.30 बजे रैली पत्रकार भवन के सामने


पत्रकार बचाओं आंदोलन
 प्रेस नोट 
प्रति,
संपादक महोदय जी,
.......................................
आज होगा पत्रकार आंदोलन

व्यापक हुआ विरोध, प्रदेश भर से जुटने लगा समर्थन

पत्रकारों ने कहा, हम एक हैं, लेकर रहेंगे हक

भोपाल। पत्रकारों के संयुक्त आंदोलन के लिए प्रदेश भर में समर्थन  जुटने लगा है और जनसंपर्क संचालनालय का विरोध व्यापक होता जा रहा है। राजधानी से निकली बगावत की आवाज तमाम महानगरों, जिलों-कस्बों से होते हुए तहसील और गांवों तक जा पहुंची है और राज्य के कोने-कोने से जनसंपर्क संचालनालय की उन भेदभावपूर्ण तथा पक्षपातपूर्ण नीतियों के खिलाफ आवाज उठने लगी है जिनके चलते प्रदेश का आम पत्रकार स्वाभिमान की जिंदगी जीने तक से मोहताज है। जनसंपर्क संचालनालय में विज्ञापनों के लिए किए जाने वाले भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और पहुंच वालों के दबदबे के विरोध में तमाम पत्रकार लामबंद होने लगे हैं। विभिन्न पत्रकार संघों के बैनर तले संचालित जिलों-नगरों में सक्रिय इकाइयों ने संगठित होकर भोपाल चलो का नारा दे दिया है और हजारों पत्रकार भोपाल पहुंचने के लिए कूच करने लगे है। प्रदेश भर के पत्रकारों ने ठान लिया है कि राजधानी जाकर उन्हें अपनी आवाज जोरदार ढंग से बुलंद करनी है और अपना हक लेकर ही वापस लौटना है, फिर चाहे सरकार जेलों में डाले, या हिंसा का सहारा ले। एकजुटता का परिचय देते हुए सभी ने ऐलान कर दिया है कि हम अपने लिए अधिमान्यता किसी भी कीमत पर हासिल करेंगे, विज्ञापनों में अपना हिस्सा लेंगे और आवास, चिकित्सा, बीमा, बच्चों की शिक्षा, और पेंशन जैसे मूलभूत अधिकार पाकर रहेंगे।  कोर कमेटी के सदस्य श्री पाल ने बताया कि आज रात तक प्रदेश के कोने-कोने से लगभग 500 पत्रकारों का जत्था भोपाल पहुंचेगा। इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद संभाग एवं जिलों से पत्रकार चार पहिया वाहानों से भोपाल सुबह 10 बजे तक पहुंचेगें।  इस आंदोलन में लगभग पांच हजार से भी अधिक पत्रकार एवं प्रेस के कर्मचारी शामिल होने की उम्मीद है। 

कार्याक्रम : 

सुबह 11 बजे पत्रकार भवन के सामने सभी पत्रकार एकत्रित होकर 11.30 बजे रैली के के रूप में न्यूमार्केट, न्यू मार्केट थाना, रंगमहल होते हुए जनसंपर्क कार्यालय के तिराहे पर गिरफ्तारी देकर जनसंपर्क मंत्री को ज्ञापन सौपेंगे।
अत: प्रिंट एवं चैनलों से अनुरोध है कि पत्रकारों के इस आंदोलन को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।
धन्यवाद


संपर्क :

श्री अवधेश भार्गव-9039 727270
श्री विनय जी. डेविड-98932 21036, 830 570 3436 
श्री जय श्रीवास्तव-92292 22333 
श्री आदित्य उपाध्याय-98930 21069
श्री तेजभान पाल -94250 13803
श्री रामकिशोर पंवार-99931 62080, 
श्री अहसान अंसारी-99263 93786, 
श्री ओम सरावगी-93005 20300

शनिवार, 8 दिसंबर 2012

‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ 10 दिसम्बर जुलूस 11.00 बजे से

‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ संगठन द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान दिनांक 10 दिसम्बर 2012 दिन सोमवार को दिन में 11.00 बजे से पत्रकारों की मांगों को लेकर लगभग एक हजार
पत्रकारों का एक जुलूस पत्रकार भवन के सामने से रवाना होगा जो मालवीय नगर से न्यू मार्केट, टैक्सी स्टैण्ड होते हुए अपेक्स बैंक तिराहे से, टी.टी.नगर थाने के सामने से, रंगमहल चौराहे से बाणगंगा चौराहे के सामने सभाकर पर गिरफ्तारी देंगे। आंदोलन के दौरान विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जायेगा।

‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ कोर कमेटी

श्री अवधेश भार्गव-9039 727270
श्री विनय जी. डेविड-98932 21036, 830 570 3436
श्री जय श्रीवास्तव-92292 22333 श्री आदित्य उपाध्याय-98930 21069
श्री तेजभान पाल -94250 13803
श्री रामकिशोर पंवार-99931 62080,
श्री अहसान अंसारी-99263 93786,
श्री ओम सरावगी-93005 20300









बुधवार, 5 दिसंबर 2012

‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ कोर कमेटी

‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ संगठन द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान दिनांक 10 दिसम्बर 2012 दिन सोमवार को दिन में 11.00 बजे से पत्रकारों की मांगों को लेकर लगभग एक हजार पत्रकारों का एक जुलूस पत्रकार भवन के सामने से रवाना होगा जो मालवीय नगर से न्यू 
मार्केट, टैक्सी स्टैण्ड होते हुए अपेक्स बैंक तिराहे से, टी.टी.नगर थाने के सामने से, रंगमहल चौराहे से बाणगंगा तिराहे के सामने सभाकर गिरफ्तारी देंगे। आंदोलन के दौरान विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जायेगा। मध्यप्रदेश से एक हजार पत्रकार और समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं के मालिक शामिल होने शीतकालीन विधान सभा सत्र के दौरान भोपाल पहुंच रहे हैं। भाजपा शासनकाल में पत्रकारों के हित में कोई उचित निर्णय नहीं लेने एवं दोगली नीति के विरोध में पत्रकारों द्वारा यह कदम उठाया जा रहा है
सम्पर्क 

श्री अवधेश भार्गव-9039 727270
श्री विनय जी. डेविड-98932 21036, 830 570 3436
श्री जय श्रीवास्तव-92292 22333
श्री आदित्य नारायण उपाध्याय-98930 21069
श्री तेजभान पाल -94250 13803
श्री रामकिशोर पंवार-99931 62080,
श्री अहसान अंसारी-99263 93786, 
श्री ओम सरावगी-93005 20300


‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ 10 दिसम्बर विधानसभा सत्र के दौरान प्रदर्शन












पत्रकार बचाओ आंदोलन

‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ संगठन द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान  दिनांक 10 दिसम्बर 2012 दिन सोमवार को दिन में 12.00 बजे से पत्रकारों की मांगों को लेकर लगभग एक हजार पत्रकारों का एक  जुलूस पत्रकार भवन के सामने से रवाना होगा जो मालवीय नगर से न्यू मार्केट, टैक्सी स्टैण्ड होते हुए अपेक्स बैंक तिराहे से, टी.टी.नगर थाने के सामने से, रंगमहल चौराहे से बाणगंगा तिराहे के सामने सभाकर रोशनपुरा चौराहे पर गिरफ्तारी देंगे। आंदोलन के दौरान विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जायेगा।

भोपाल पत्रकार आंदोलन में प्रस्तावित मांगे

1. प्रदेश के समस्त पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों को सूचीबद्ध करें। नियमित प्रकाशित पत्र, पत्रिकाओं के सम्पादक, प्रकाशकों, बेबमीडिया, टी.वी. मीडिया अन्य मीडिया तथा उनके द्वारा नियुक्त किये गये संवाददाताओं को अधिमान्यता दी जाए।

2. सभी समाचार पत्र/ पत्रिकाओं जैसे साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, त्रैमासिक, अन्यत कालिक में प्रकाशित खबरों की कटिंग कर फाईल बने एवं महत्वपूर्ण खबरों पर तय समय पर कार्यवाहीं की जावें।

3. समस्त पत्रकारों के लिए आवास सुविधा (आवास योजना) बनाई जावे जिसमें पत्रकारों के लिए शासकीय आवास एवं लोन पर मकान उपलब्ध कराया जावें एवं भूमि, प्लॉट आवंटित किये जावें।

4. समस्त पत्रकारों के ईलाज हेतु नि:शुल्क मेडिकल सुविधा उपलब्ध किया जावे। जैसे प्राइवेट चिकित्सालयों से अनुबंध किया जावे। जहां त्वरित इलाज दिया जावे। जिसका भुगतान सीधे सरकार (विभाग) द्वारा किया जावे।

5. म.प्र. जनसम्पर्क विज्ञापन की स्पष्ट नीति बनाये जिसमें सभी बेबमीडिया, टी.वी. मीडिया अन्य मीडिया और समाचार पत्रों को वर्ग स्तर पर सूची बनाये एवं प्रतिमाह सम्मानजनक राशि का विज्ञापन दिया जावे।

6. जनसम्पर्क विभाग द्वारा समस्त आय, व्यय पर पारदर्शिता नियम बनाये जिसमें समस्त आय-व्यय बेब पर प्रदर्शित किया जावे।

7. जनसम्पर्क विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के रिश्तेदारों किन्हीं भी प्रकार का लाभांश नहीं दिया जावे।

8. प्रदेश में पत्रकारों के खिलाफ कोई भी शिकायत पर जांच सिर्फ पुलिस अधीक्षक या उपपुलिस अधीक्षक से कराई जावे एवं महानिरीक्षक के अंतिम आदेश जांच के पश्चात ही दोषी पाये जाने पर पर ही प्रकरण पंजीबद्ध एफ.आई.आर. किया जाना चाहिए।

9. जनसंपर्क से त्वरित ऐसे अधिकारियों, कर्मचारियों का हटाया जावे जिनके खिलाफ शिकायतें प्राप्त है। अत: एक पद पर छ: माह से अतिरिक्त प्रभार नहीं दिया जावे ताकि दलाल से दूरिया बनी रहे।

10. जनसंपर्क में होने वाले दुरूभावना पूर्ण रवैया एवं सगे सम्बंधियों को दिये गये विज्ञापनों को रोका जावे वहीं त्वरित आदेशित कर उनका भुगतान रोका जावे। बाकि भुगतान किये गये राशि को संबंधित अधिकारियों से वसूल की जावे। वहीं अपराधिक प्रकरण दर्ज कर जांच की जावे।

11. म.प्र. जनसंपर्क शासन द्वारा कराए जा रहे बीमा से प्रत्यक्ष रूप से पत्रकारों को कोई लाभ नहीं मिलता। अत: इस बीमा की शर्तों में परिवर्तन किया जाए।

12. जिला एवं तहसील स्तर पर कार्यरत पत्रकारों के बच्चों की शिक्षा की नि.शुल्क या रियायती दरों पर व्यवस्था की जाए संबंधित संस्थान चाहे शासकीय हो या गैर-शासकीय।

13. वाहनों पर प्रेस लिखकर गैर-पत्रकार द्वारा प्रेस-शब्द का दुरूपयोग किया जा रहा हैं। पुलिस तथा प्रशासन द्वारा इस पर तुरन्त रोक लगाई जाए।

14. समस्त न्यूज पोर्टल की दर्शक संख्या के आधार को मापदण्ड बनाकर एक समान विज्ञापन दिया जाये।

15. श्रद्धा निधि में उम्र सीमा 62 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष की जावे।

16. श्रद्धा निधि में 20 वर्षों तक कार्यावधि या अधिमान्यता को मापदण्ड से विलोपित कर श्रमजीवी पत्रकार अधिनियम के अंतर्गत आने वाले पत्रकारों को श्रद्धा निधि 5 वर्षों के स्थान पर जीवित रहने तक एवं उसके पश्चात उसकी पत्नी/पति को जीवित रहने तक दी जावे।

17. पत्रकारों को चिकित्सा सहायता हेतु काफी अरसे से समिति का गठन नहीं किया गया है तुरन्त गठन हो एवं नियमित मासिक बैठक हो तथा चिकित्सा सहायता का बजट बढ़ाया जावे एवं प्रकिया पारदर्शी हो।

18. जन सम्पर्क संचालनालय में पत्रकारों को वाहन प्रदान करने सम्बन्धी स्पष्ट नियम बनाये जावे एवं सम्पूर्ण प्रकिया पारदर्शी हो।

19. जनसंपर्क संचालनालय में पत्रकार कल्याण शाखा में बजट एवं समस्त खर्चों में पादर्शिता हो तथा जानकारी मांगने पर उपलब्ध कराई जावे।

20. विभाग में विज्ञापन नीति स्पष्ट हो एवं प्रदेश के बाहर के समाचार पत्रों या न्यूज चैनलों को विज्ञापन देने संबंधी नियमों में पारदर्शिता हो।

21. विज्ञापनों के सम्बन्ध में प्रदाय किये गये विज्ञापनों की जानकारी आन लाईन अपलोड की जावे।

22. बड़े समाचार पत्रों, छोटे समाचार पत्रों, न्यूज चैनलों को दिये जाने वाले भुगतान में से 3' राशि कल्याण कोष के लिए काटना अनिवार्य कर पत्रकार कल्याण कोष का गठन किया जावे। जिस प्रकार म.प्र. माध्यम
15' विज्ञापनों के भुगतान में कमीशन लेता है। उसी प्रकार 3' पत्रकार कल्याण कोष हेतु स्पष्ट नियम का प्रावधान लागू हो।


आयोजक - समस्त पत्रकार मध्य प्रदेश

श्री अवधेश भार्गव-9039 727270, श्री विनय जी. डेविड-98932 21036, 830 570 3436 

सोमवार, 3 दिसंबर 2012

‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ पत्रकार वार्ता


पत्रकार-वार्ता 
प्रिय
महोदय,
‘‘पत्रकार बचाओ आंदोलन’’ में विधानसभा सत्र के दौरान सम्पूर्ण मध्यप्रदेश के पत्रकारों द्वारा विभिन्न मांगों एवं गिरफ्तारी देने संबंधित बिन्दुओं पर चर्चा की जावेगी। पत्रवार वार्ता को वरिष्ठ पत्रकार श्री दिनेश चंद्र वर्मा एवं श्री विपिन कोठरी  संबोधित करेंगे।
अत: आपसे अनुरोध हैं कि आप अपने प्रतिष्ठित समाचार/ न्यूज चैनल से इस पत्रकार वार्ता में शामिल करने हेतु अवश्य भेजे।


दिनांक :- 04 दिसम्बर 2012
समय :-  11:30 बजे प्रात:
स्थान :- अप्सरा रेंस्टोंरेट, रविन्द्र भवन, भोपाल

प्रति,
सम्पादक महोदय,

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आपका
विनय डेविड

आंदोलन संयोजक
सम्पर्क :- श्री अवधेश भार्गव-9039 727270,
श्री विनय जी. डेविड-98932 21036, 830 570 3436

रविवार, 2 दिसंबर 2012


जनसंपर्क विभाग वरिष्ट पत्रकारों को देगा-श्रृद्धानिधि



राज्य शासन द्वारा वरिष्ट और बुर्जुग पत्रकारों की चिंता करते हुए श्रृद्धनिधि योजना प्रारंभ की गई है। इसके साथ निर्धारित योग्यता रखने वाले पत्रकारों को प्रतिमाह 5 हजार रूपयें तक श्रृद्धानिधि प्रदान की जावेगी।

श्रृद्धानिधि ऐसे पूर्ण कालिक अधिमान्य पत्रकार को प्रदान की जावेगी। जो किसी दैनिक/साप्ताहिक समाचार पत्र में कम से कम 20 वर्षों तक सवैतनिक कार्य करते रहे हों और उनकी आयु 1 जनवरी की स्थिति में 62 वर्ष हों। इन्हें प्रतिमाह 5 हजार रूपयें श्रृद्धानिधि के रूप में देने का निर्णय लिया गया है।

श्रृद्धानिधि प्रारंभ में 5 वर्ष के लिए दी जायेगी, श्रद्धानिधि उन पत्रकारों को दी जावेगी, जिन्हें राज्य शासन से कोई अन्य नियमित सहायता प्राप्त नहीं हो रही हो, अधिमान्य पत्रकार को यह शपथपत्र देना होगा कि वह आयकरदाता की श्रेणी में नहीं आता है, यह पात्रता उन अधिमान्य पत्रकारों को होगी जो जनसंपर्क संचालनालय मध्यप्रदेश से कम से कम 10 वर्ष अधिमान्य रहे हो, एक पत्रकार को प्रतिमाह रूपयें 5 हजार तक श्रृद्धानिधि पात्रता होगी, अधिमान्य पत्रकार को बैंक में बचत खाता खुलवाना होगा।

जिससे उनके बैंक खाते में राशि जमा की जा सकें। इसके लिए पत्रकार को आवश्यक प्रमाण पत्र वर्ष में 1 बार प्रस्तुत करना होगा, जिससे उनके बैंक खाते में प्रतिमाह श्रृद्धानिधि जमा की जा सकें, अधिमान्य पत्रकार पर किसी प्रकार का कोई अपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं होना चाहिए, श्रृद्धानिधि स्वीकृति के संदर्भ में एक उच्च स्तरीय पांच सदस्यीय निर्णायक मण्डल का गठन होगा जो प्राप्त आवेदनों का परीक्षण कर अपनी अनुशंसाऐं देगा। निर्णायक मण्डल की अनुशंसा शासन के लिए मान्य करना बंधनकारी नही होगा, श्रृद्धानिधि की पात्रता स्वीकृति के बाद ही किसी भी समय समाप्त की जा सकती है। यदि लाभार्थी का आचरण पत्रकारिता के मान्य सिद्धातों, मानदण्डों के विपरीत पाया जाता है या उनके विरूद्ध कोई अपराधिक प्रकरण दर्ज होता है तो यह पात्रता समाप्त की जा सकेगी।